कुरुक्षेत्र: आज रामनवमी के दिन श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर में मिले प्राचीन कूप को आम श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए खोला गया , इससे पहले मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी हरी नारायण गिरी महाराज ने मंदिर में विधिवत रूप से सबसे पहले हवन - पूजन करवाया , कन्याओं को बुलाकर कन्या पूजन किया गया । सात्विक भोजन बनाया गया, भोजन में हलवा और काले चने व् पूरी का प्रसाद दिया गया, कन्याओं को सम्मान से भोजन कराने के बाद मुख्य पुजारी ने कन्याओं को दक्षिणा देकर अच्छे से विदा किया ।
मुख्य पुजारी स्वामी हरी नारायण गिरी ने बताया कि हाल में मिले इस कूप की गहराही 100 फुट से ज्यादा हैं। इसके साथ ही वह इसे महाभारत कालीन समय से जोड़ कर बता रहे हैं। मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी हरी नारायण गिरी ने बताया कि महाभारत कालीन के समय कुरुक्षेत्र में युधिष्ठिर ने महाभारत में युद्ध के दौरान चार कूप बनवाए थे। पहला चंद्रकूप, दूसरा रुद्रकूप, तीसरा देवीकूप और चौथा विष्णु कूप। इनमें से तीन पहले से हैं लेकिन विष्णु कूप अब तक नहीं मिला था । उन्होंने दावा किया कि चौथा कूप यह विष्णु कूप ही है जो अब तक नहीं मिला था। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व इतिहासकार को भी यह कूप दिखाया है। वह भी इसे अति प्राचीन बता रहे हैं।